जम्मू-कश्मीर के सात जिलों में स्कूल बंद, बारिश और भूस्खलन से हाहाकार, अमरनाथ यात्रियों की भी बढ़ी मुश्किल

जम्मू संभाग में बुधवार सुबह तक जारी रही वर्षा कई जगह जिंदगी पर भारी पड़ गई। रियासी जिला के माहौर में एक शिव गुफा के पास हुए भूस्खलन की चपेट में आने से टेंट में सो रहे दो युवकों की मौत हो गई।

वहीं, रामबन जिला में पहाड़ से मलबा व पत्थर आ जाने से जम्मू-श्रीनगर हाईवे करीब दो घंटे बंद रहा। इस दौरान अन्य वाहनों के साथ जम्मू से श्री अमरनाथ यात्रा पर निकला श्रद्धालुओं का जत्था भी रुक गया। हाईवे से मलबा हटाने के बाद वाहनों को रवाना कर दिया गया।

वैष्णो देवी पर भूस्खलन

इस बीच, राजौरी में एक नाले के तेज बहाव में बच्चा फंस गया। तीन घंटे चले बचाव अभियान के दौरान सेना ने हेलीकॉप्टर की मदद से बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। कटड़ा में दो दिन पहले माता वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग पर बाणगंगा क्षेत्र में हुए भूस्खलन के बाद रास्ता खोलने का काम जारी रहा।

श्रद्धालुओं को वैकल्पिक मार्ग व नये ताराकोट मार्ग से भवन की ओर भेजा जा रहा है। कठुआ जिला में भी पहाड़ों पर भारी वर्षा से सेवा नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते डैम के गेट खोल दिए गए।

चिनाब, तवी और सांबा में बसंतर नदी भी उफान पर हैं। बसंतर में फंसे दो लोगों को बाया गया। वहीं ऊधमपुर के मोंगरी में भूस्खलन होने से गांव में 10 घर खाली करवा लिए गए हैं।

वहीं माहौर के बडोरा में शिव गुफा में बुधवार को धार्मिक कार्यक्रम होना था। इसके लिए की जा रही तैयारी में जेसीबी आपरेटर रशपाल सिंह निवासी चसाना (रियासी) और रवि निवासी चिनैनी भी शामिल हुए थे। मंगलवार रात को अपना काम करने के बाद दोनों टेंट में सो गए। इसी बीच, पहाड़ी से भूस्खलन हुआ और दोनों युवकों की मौत हो गई।

रियासी में भूस्खलन की घटना दुखद है। दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।

सात जिलों में बंद रहे स्कूल

रामबन, राजौरी, पुंछ, रियासी, ऊधमपुर, सांबा व जम्मू में नदी-नालों के किनारे स्थित कई स्कूल बुधवार को बंद रहे। रामबन व राजौरी में कई स्कूल गुरुवार भी बंद रहें।