कारगिल विजय दिवस पर सेना प्रमुख ने जांबाजों को किया याद

देश आज 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर देश भर के लोगों उन नायकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी। इस बीच थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित किया।

दरअसल, द्रास में 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि हम उन नायकों के ऋणी हैं जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

ऑपरेशन सिंदूर पर क्या कहा?

इस कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को प्रभावी ढंग से निशाना बनाकर भारत ने निर्णायक जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सेना को खुली छूट दिए जाने के बाद भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब दिया।

जनरल द्विवेदी ने कहा कि हमने पाकिस्तान में 9 महत्वपूर्ण ठिकानों को नष्ट कर दिया, बिना किसी निर्दोष को नुकसान पहुंचाए।

जनरल द्विवेदी ने किया जांबाजों को याद

26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, "हम टाइगर हिल, तोलोलिंग और प्वाइंट 4875 के पास खड़े होकर योद्धाओं के संकल्प और वीरता को याद कर रहे हैं... हम उन लोगों को नमन करते हैं जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी ताकि हम शांति से रह सकें।

उन्होंने कहा कि 1999 में भारत ने ऑपरेशन विजय के तहत एक अद्वितीय जीत हासिल की, ऊंची पहाड़ी चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ दिया और वहां तिरंगा फहराया अटूट भारतीय अखंडता की परंपरा को बनाए रखते हुए, सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए और निर्णायक जीत हासिल की, प्रभावी ढंग से जवाब दिया और पाकिस्तान के हिंसक हमलों को नाकाम कर दिया।

कहा कि हमने शांति का मौका दिया, लेकिन उन्होंने (पाकिस्तान) कायरतापूर्ण कार्रवाई की, जिसका हमने साहस के साथ जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर हमारा संकल्प, संदेश और प्रतिक्रिया है

भारत की अखंडता को नुकसान पहुंचाने वालों को मिलेगा जवाब

थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि जो ताकतें भारत की संप्रभुता, अखंडता और लोगों को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रही हैं, उन्हें भविष्य में भी करारा जवाब दिया जाएगा, यह भारत का नया सामान्य है... हम एक विकसित, आधुनिक और भविष्यवादी शक्ति बनने की ओर अग्रसर हैं।

उन्होंने कहा कि एक नई ब्रिगेड की स्थापना की जा रही है और मैंने कल इसे मंजूरी दे दी है। इसमें मशीनीकृत पैदल सेना, बख्तरबंद इकाइयाँ, तोपखाने, रसद और लड़ाकू समर्थन के साथ विशेष बल जैसे लड़ाकू घटक होंगे। विशेष बल भी स्थापित किए गए हैं जो सीमा पर दुश्मन को झटका देने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। इससे हमारी ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।

कहा कि हम विकसित भारत 2047 के विजन को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सेना लद्दाख जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास कार्यों में भी योगदान दे रही है।