बेंगलुरु भगदड़-RCB,इवेंट कंपनी और राज्य क्रिकेट संघ को जिम्मेदार बताया

बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की विक्ट्री डे परेड पर हुई भगदड़ को लेकर कर्नाटक सरकार की ओर से बनाए गए जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा आयोग की रिपोर्ट शुक्रवार को सामने आई। इसमें स्टेडियम को बड़े आयोजनों के लिए असुरक्षित बताया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टेडियम की डिजाइन ऐसी नहीं है कि वहां बड़ी संख्या में लोग सुरक्षित तरीके से इकट्ठा हो सकें। स्टेडियम में भीड़ नियंत्रण, प्रवेश और निकासी व्यवस्था, पार्किंग और इमरजेंसी प्लान जैसी बुनियादी सुविधाओं की गंभीर कमी है। आयोग ने कहा,

भविष्य में ऐसे बड़े आयोजन सिर्फ उन स्थानों पर हों जहां अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानक पूरे किए जाते हों। साथ ही पुराने स्टेडियमों में जरूरी सुधार के बिना कोई बड़ा आयोजन न हो।

स्टेडियम में 30 सितंबर से 2 नवंबर तक महिला वनडे वर्ल्ड कप के शुरुआती और सेमीफाइनल मैच होने थे, लेकिन अब मैच होंगे या नहीं यह तय नहीं है। KSCA ने अपनी राज्य स्तरीय T20 लीग ‘महाराजा ट्रॉफी’ को भी दर्शकों के बिना कराने का फैसला किया है।

RCB, DNA एंटरटेनमेंट और KSCA जिम्मेदार

इसके अलावा कमेटी ने RCB फ्रेंचाइजी, उनके इवेंट पार्टनर DNA एंटरटेनमेंट और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है और KSCA अध्यक्ष रघुराम भट, पूर्व सचिव ए शंकर, पूर्व कोषाध्यक्ष ईएस जयराम, RCB के वाइस प्रेसिडेंट राजेश मेनन और DNA एंटरटेनमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

IPL 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पहली खिताबी जीत के जश्न के दौरान 4 जुलाई को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई थी। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

17 जुलाईः कर्नाटक सरकार ने RCB को जिम्मेदार बताया

इससे पहले 17 जुलाई को कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट गुरुवार को सामने आई थी। रिपोर्ट में हादसे का जिम्मेदार RCB को बताया गया था। इसमें कोहली का भी जिक्र था। कर्नाटक सरकार ने कहा कि RCB ने चिन्नास्वामी में आयोजित विक्ट्री परेड के लिए सरकार से कोई अनुमति नहीं ली थी।

हालांकि, सरकार ने यह भी कहा कि आयोजन को अचानक रद्द करने से हिंसा भड़क सकती थी और शहर में कानून-व्यवस्था बिगड़ जाती। सरकार ने 15 जुलाई को हाईकोर्ट को रिपोर्ट सौंपी थी। सरकार ने कोर्ट में कहा था कि वे रिपोर्ट को गोपनीय रखना चाहते हैं लेकिन कोर्ट ने कहा कि ऐसी गोपनीयता के लिए कोई कानूनी आधार नहीं है।

कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट के 4 मुख्य पॉइंट...

1. RCB ने पुलिस को परेड की सूचना दी, अनुमति नहीं ली रिपोर्ट के मुताबिक, RCB ने 3 जून को टीम के 18 साल बाद IPL खिताब जीतने पर पुलिस को विक्ट्री परेड की सूचना दी, लेकिन यह सूचना अनुमति मांगने के बजाय केवल जानकारी थी। जबकि, कानून के तहत ऐसे आयोजनों के लिए कम से कम सात दिन पहले अनुमति लेना जरूरी है। RCB ने ऑफिशियल अनुमति के लिए आवेदन नहीं किया। पुलिस को भीड़ की संख्या, व्यवस्था, या संभावित समस्याओं की जानकारी नहीं दी गई, इसलिए अनुमति नहीं मिली।

2. बिना पुलिस की सलाह के सार्वजनिक निमंत्रण रिपोर्ट में कहा गया है कि RCB ने 4 जून को सुबह 7:01 बजे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर फ्री एंट्री की घोषणा की और लोगों को विधान सभा से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक की विक्ट्री परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। सुबह 8 बजे एक और पोस्ट की गई और 8:55 बजे विराट कोहली का एक वीडियो साझा किया गया, जिसमें उन्होंने बेंगलुरु के लोगों और RCB प्रशंसकों के साथ उत्सव की बात कही गई। दोपहर 3:14 बजे, RCB ने पहली बार फ्री पास की जानकारी दी, जो पहले स्पष्ट नहीं थी।

3. तीन लाख से ज्यादा लोग जुटे जो स्टेडियम की कैपेसिटी से अधिक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि RCB की इन पोस्ट्स को 44 लाख से ज्यादा बार देखा गया, जिसके कारण 3 लाख से अधिक लोग जमा हो गए। बेंगलुरु मेट्रो (BMRCL) के आंकड़ों के अनुसार, उस दिन 9.66 लाख लोगों ने मेट्रो का उपयोग किया, जो सामान्य दिनों के 6 लाख की तुलना में बहुत ज्यादा था। भीड़ न केवल स्टेडियम के आसपास, बल्कि HAL हवाई अड्डे से ताज वेस्ट एंड तक 14 किमी के रास्ते पर भी थी, जहां टीम उतरी थी।

दोपहर 3 बजे के आसपास, चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भीड़ अचानक बढ़ गई। स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 है, लेकिन 3 लाख लोग जमा हो गए। RCB की देर से की गई पास वाली घोषणा ने भ्रम और गुस्सा पैदा किया। आयोजकों की ओर से गेट समय पर और व्यवस्थित तरीके से नहीं खोले गए, जिसके कारण भीड़ ने गेट नंबर 1, 2 और 21 तोड़ दिए। गेट नंबर 2, 2A, 6, 7, 15, 17, 18, 20 और 21 पर भगदड़ की स्थिति बनी। पुलिस ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की।

4. परेड क्यों नहीं रोकी गई? रिपोर्ट में कहा गया है कि आयोजन को अचानक रद्द करने से हिंसा भड़क सकती थी और शहर में कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती थी। इसलिए, आयोजन को पूरी तरह बंद करने के बजाय, इसका समय कम किया गया और निगरानी बढ़ाई गई। यह निर्णय लोगों की ज्यादा संख्या और सूचना के अभाव को ध्यान में रखकर लिया गया, ताकि बड़े पैमाने पर दंगे या हिंसा से बचा जा सके।

4 जून को RCB की विक्ट्री परेड के दौरान मची थी भगदड़ 4 जून को बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर शाम को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के IPL 2025 खिताब जीतने की खुशी में विक्ट्री परेड निकाली गई।

स्टेडियम में घुसने की कोशिश में कई लोगों ने दीवार फांदने की कोशिश की। एंट्री गेट पर हजारों की भीड़ मौजूद थी। सड़क पर लाखों लोग जमा थे। इस दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हुए थे।

सस्पेंड सीनियर IPS बहाल हो चुके हैं बेंगलुरु भगदड़ केस में सस्पेंड IPS विकास कुमार को सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) ने बहाल कर दिया था। CAT ट्रिब्यूनल ने कहा कि हादसे के लिए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) जिम्मेदार है। CAT ने कहा, "पुलिस भगवान या कोई जादूगर नहीं है। पुलिस को व्यवस्था करने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया जाता तो उससे भारी भीड़ को नियंत्रित करने की उम्मीद नहीं की जा सकती। RCB ने विक्ट्री परेड से पहले पुलिस से परमिशन नहीं ली। अचानक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जानकारी पोस्ट की, जिसके चलते भीड़ इकट्ठा हो गई। 5 लाख लोगों की भीड़ इकट्ठा करने के लिए फ्रेंचाइजी ही जिम्मेदार है।" इस केस में IPS अधिकारी विकास कुमार को सस्पेंड किया गया था।

ट्रिब्यूनल बोला- पुलिस के पास अलादीन का चिराग नहीं

BCCI लोकपाल ने भी मांगा है जवाब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) लोकपाल न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा (रिटायर्ड) ने 2 जुलाई को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB)और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) से पिछले महीने बेंगलुरु में विक्ट्री सेरेमनी के दौरान हुई भगदड़ के लिए लिखित जवाब मांगा था।

BCCI लोकपाल को विक्ट्री सम्मान में RCB और KSCA की ओर से की बरती लापरवाही की शिकायत की गई थी BCCI लोकपाल को विकास नाम के व्यक्ति ने शिकायत दी थी। उन्होंने RCB और KSCA पर आरोप लगाया है कि 4 जून को RCB ने विक्ट्री सेरेमनी के दौरान सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन किया गया और सेरेमनी के आयोजन में लापरवाही बरती गई।

शिकायतकर्ता ने लोकपाल से यह भी आग्रह किया है कि जब तक घटना की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक मौजूदा मालिकों को फ्रेंचाइजी बेचने से रोक दिया जाए।


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रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रही है अहान-अनीत की 'सैयारा', अब 50 फिल्मों की कर दी छुट्टी, रजनीकांत-रणबीर कपूर की फिल्मों से निकली आगे

मोहित सूरी की रोमांटिक म्यूजिकल ड्रामा ‘सैयारा’ कमाल करते नहीं थक रही है. एक तरफ जहां ये भरभरकर नोट कमा रही है तो दूसरी तरफ ये अहान पांडे और अनीत पड्डा की ये फिल्म एक के बाद के नए-नए रिकॉर्ड भी अपने नाम करती जा रही है. दूसरे शनिवार भी इस फिल्म ने बड़ी उपल्ब्धि हासिल की है.

सैयारा ने 50 फिल्मों को छोड़ा पीछे

अहान पांडे और अनीत पड्डा की डेब्यू फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अपने शानदार प्रदर्शन से ट्रेड पंडितों और दर्शकों को हैरान किया हुआ है. वहीं दूसरे शनिवार को इसन हिंदी सिनेमा की टॉप 50 सबसे बड़ी हिट फिल्मों में जगह बना ली है. बता दें कि इसने अपनी रिलीज के 9वें दिन यानी दूसरे शनिवार को दोपहर 2 बजे तक 197.31 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है. और कुछ ही घंटों बाद ये 200 करोड़ के पार हो जाएगी. फाइनल डाटा रात 10.30 बजे के बाद अपडेट होंगे.

हाईएस्ट ग्रॉसिंग हिंदी फिल्मों की लिस्ट में कहां है सैयारा

बता दें कि दो दिन पहले, सैयारा ऑलटाइम हाईएस्ट ग्रॉसिंग हिंदी फिल्मों की टॉप 100 की लिस्ट में 84वें नंबर पर थी

अब ये 50 फिल्मों को पीछे छोड़कर 46वीं पोजिशन पर पहुंच गई है

इसने अक्षय कुमार की सूर्यवंशी (195.55 करोड़ रुपये), रजनीकांत की 2.0 (हिंदी) (190.48 करोड़ रुपये) और रणबीर कपूर की ये जवानी है दीवानी (187 करोड़ रुपये)को पीछे छोड़ दिया है.

सैयारा दूसरे शनिवार होगी 200 करोड़ के पार

 सैयारा की पहले हफ्ते की कमाई 172.75 करोड़ रुपये रही और मजबूत वर्ड ऑफ माउथ और बार-बार देखे जाने की बदौलत, सैयारा ने अपने दूसरे वीकेंड में भी स्क्रीन पर अपना दबदबा बनाए रखा है, अपने दूसरे शुक्रवार को फिल्म ने 18 करोड़ रुपये कमाए और शनिवार को दोपहर 2 बजे तक इसमें 6.56 करोड़ रुपये और जुड़ गए, इस तरह इसका फिलहाल कुल 197.31 करोड़ रुपये हो गया और इसमें रात होने तक और इजाफा होगा.

ऑल-टाइम चार्ट में अभी और ऊपर जाएगी सैयारा

सैयारा में अहान पांडे और अनीत पड्डा की केमिस्ट्री दर्शकों के दिलों में उतर गई है, और इसका दिल छू लेने वाला टाइटल ट्रैक सभी प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया है. दिलचस्प बात यह है कि यह सिर्फ़ मोहित सूरी या नई स्टार कास्ट की जीत नहीं है. बल्कि सैयार, सुपरस्टार नामों या आईपी के बगैर किसी नॉन-फ्रैंचाइज़ी फिल्म का टॉप 50 की लिस्ट में जगह बनाने का रेयर मामला भी है.

ये अब नेट कलेक्शन और दर्शकों की संख्या के मामले में कई बड़ी फिल्मों से ऊपर है. सैयारा के ऑल-टाइम चार्ट पर और भी ऊपर चढ़ने की उम्मीद है. इंडस्ट्री के कई लोग इसे पहले से ही "2025 का डार्क हॉर्स" और साल की सबसे बड़ी सरप्राइजिंग सक्सेस बता रहे हैं.


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'मुझे दुख है कि मैं ऐसी सरकार को समर्थन', चिराग पासवान ने बिहार की कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति की आलोचना की है। बिहार सरकार पर नाराजगी जताते हुए चिराग ने कहा, "मुझे दुख है कि मैं यहां ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं... जिस तरह से बिहार में एक के बाद एक हत्याएं, अपहरण, लूटपाट, डकैती, बलात्कार की घटनाएं हुई हैं और अब ऐसा लग रहा है जैसे प्रशासन इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह से असमर्थ है।"

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "अगर ऐसा ही चलता रहा तो हमारे राज्य में बेहद भयावह स्थिति पैदा हो जाएगी। मेरा भी मानना है कि सरकार को बदनाम करने की साजिश के तहत इन घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। लेकिन फिर भी इसे नियंत्रित करने की जिम्मेदारी प्रशासन की है।"

आगे कहा, "या तो प्रशासन की इसमें मिलीभगत है या फिर प्रशासन पूरी तरह से निकम्मा हो गया है और अब बिहार और बिहारियों को सुरक्षित रखना उनके बस से बाहर है। मैं बिहार सरकार से अनुरोध करता हूं कि इस मामले पर समय रहते कार्रवाई करें।"


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दिल्ली हाईवे NH-19 पर कल 4 बजे से नहीं चलेंगे वाहन, सावन के तीसरे सोमवार पर यातायात में बदलाव

सावन के तीसरे सोमवार को कैलाश मेला के चलते रविवार शाम से शहर में नो एंट्री लागू हो जाएगी। दिल्ली हाईवे एनएच 19 पर सिकंदरा क्षेत्र में सभी तरह के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। शहर के सभी प्रमुख शिव मंदिरों के मार्गाें पर चार पहिया और भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।

मंदिरों के आसपास सुरक्षा व्यव्स्था के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है। एंटी रोमियो और लोकल इंटेलिजेंस की टीम सादा कपड़ों में नजर रखेगी। मेला क्षेत्र पर पुलिस ड्रोन से नजर रखेगी। सोशल मीडिया पर की गई हर पोस्ट पर पुलिस की सोशल मीडिया सेल नजर रखेगी।

पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधि पर पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। लोगों से सहयोग बनाए रखने और शांतिप्रिय तरीके से मेला में घूमने की अपील की है।

सीमाओं पर रहेगी निगरानी

बाहरी डायवर्जन में शहर के सभी प्रवेश मार्गों से भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।

दिल्ली से आने वाले भारी वाहन टाउनशिप चौराहा से मथुरा की ओर डायवर्ट कर यमुना एक्सप्रेसवे से जाएंगे।

हाथरस से आने वाले भारी वाहन सिकंदराराऊ/सादाबाद से मथुरा की ओर डायवर्ट होगे।

फिरोजाबाद से मथुरा जाने वाले वाहन कुबेरपुर कट से यमुना एक्सप्रेसवे की ओर जाएंगे।

मथुरा से फिरोजाबाद जाने वाले वाहन रैपुरा जाट से दक्षिणी बाईपास, रोहता नहर, दिगनेर मार्ग होकर निकलेंगे।

फिरोजाबाद से ग्वालियर/जयपुर जाने वाले वाहन इनर रिंग रोड, रोहता नहर से होते हुए गुजरेंगे।

हाथरस से फिरोजाबाद जाने वाले वाहन खंदौली, मुड़ी चौराहा, एत्मादपुर से एनएच-19 होकर निकलेंगे।

जलेसर (एटा) से आगरा आने वाले वाहन मुड़ी चौराहा, एत्मादपुर/खंदौली मार्ग से होकर निकलेंगे।

ग्वालियर से हाथरस, फिरोजाबाद, जलेसर की ओर जाने वाले वाहन दिगनेर पुलिया, इनर रिंग रोड, एत्मादपुर होकर यमुना एक्सप्रेसवे से जाएंगे।

जयपुर से विभिन्न दिशाओं में जाने वाले भारी वाहन महुअर कट से दक्षिणी बाईपास होते हुए विभिन्न वैकल्पिक मार्गों से जाएंगे।

फतेहाबाद रोड से आने वाले वाहन तोरा चौकी, एकता चौकी, दिगनेर पुलिया होते हुए भेजे जाएंगे।

शमशाबाद से ग्वालियर/जयपुर की ओर जाने वाले वाहन दिगनेर से रोहता होकर ग्राम बाद की तरफ से जाएंगे।

शहर के भीतर यह है यातायात व्यवस्था

सिकंदरा मंडी से सिकंदरा चौराहा की ओर कोई वाहन नहीं जाएगा।

कैलाश मोड़ से कैलाश मंदिर तक सभी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित।

सिकंदरा सब्जीमंडी की सर्विस रोड से चौराहा की ओर वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध।

कारगिल पेट्रोल पंप, गुरुद्वारा, भावना स्टेट, के.के. नगर कट से एनएच-19 की ओर वाहन नहीं जाएंगे।

28 जुलाई सुबह 4 बजे से पूजा संपन्न होने तक मंदिरों पर व्यवस्था

एकता चौकी व राजपुर चुंगी से राज राजेश्वर मंदिर तक सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन वर्जित।

भोगीपुरा से पृथ्वीनाथ फाटक तक चार पहिया व बड़े वाहनों का प्रवेश निषेध।

वायु विहार से पृथ्वीनाथ फाटक तक-चार पहिया वाहनों का प्रवेश निषेध

वॉटर वर्क्स चौराहा तक भारी वाहन/रोडवेज बसें नहीं आएंगी।

क्लब चौराहा से यमुना किनारा मार्ग होते हुए रूट परिवर्तित रहेगा।

पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि रविवार शाम चार बजे मेले के उदघाटन के बाद से नो एंट्री और डायवर्जन लागू रहेगा। जो मंगलवार सुबह तक प्रभावित रहेगा। पहले से निर्गत सभी नो-एंट्री पास / अनुमति पत्र निरस्त माने जाएंगे। नो एंट्री और डायवर्जन का उल्लंघन होने पर संबंधित पुलिसकर्मियाें की जिम्मेदारी होगी। सभी प्रमुख मंदिरों पर सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।


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'आप सीमा की सुरक्षा करो, हम आपके परिवार का रखेंगे ख्याल ', विजय दिवस पर जवानों को मिली खास सौगात

आज का दिन पूरे देश में कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। साल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में भारत के बहादुर जावनों ने जान की बाजी लगाकर सीमा की सुरक्षा की थी। इस खास मौके पर अब सेना के जवानों कमाल की सौगात मिली है।

भारतीय इतिहास में पहली बार जवानों के परिवारों को कानूनी मदद दिलाने के लिए NALSA वीर परिवार सहायता योजना 2025 (NALSA Veer Parivar Sahayata yojna 2025) शुरू की गई है।

जस्टिस सूर्यकांत ने किया एलान

देश के अगले मुख्य न्यायाधीश और नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी (NALSA) के अध्यक्ष जस्टिस सूर्यकांत ने श्रीनगर से इस योजना को लॉन्च किया है। इस खास मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे।

ऑपरेशन सिंदूर से आया ख्याल

जानकारी के अनुसार, जस्टिस सूर्यकांत को यह ख्याल ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आया था। ऑपरेशन सिंदूर के समय जवानों के बलिदान और त्याग से प्रेरित होकर उन्होंने सेना के लिए एक नई पहल करने की सोची, जिससे जवानों को न्यायिक मदद मिल सके और सीमा पर तैनाती के दौरान वो निश्चिंत रह सकें।

क्या है योजना का उद्देश्य?

NALSA वीर परिवार सहायता योजना 2025 की बात करें तो इसका उद्देश्य जवानों के परिवार से जुड़े मामलों से डील करना है। मसलन इस योजना के तहत जवान या उनके परिवार से जुड़े जो भी निजी मामले कोर्ट में चल रहे हैं, उनका दारोमदार संभाला जाएगा। ऐसे में जवानों को बार-बार कोर्ट केस की चिंता नहीं सताएगी और उन्हें हर तारीख पर अदालत के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

किसे मिलेगा लाभ?

इस योजना के तहत जवानों को प्रॉपर्टी, घर-परिवार और जमीन से जुड़े मामलों में मदद मिलेगी। भारतीय सेना के अलावा सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF), इंडो-तिब्बती सीमा पुलिस (ITBP) समेत अन्य अर्द्धसैनिक बलों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा।


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भूस्खलन से पैदल मार्ग बन्द, केदारनाथ यात्रा रोकी

गौरीकुण्ड में पहाड़ी के दरकने से मलबा-पत्थर आने पर पैदल मार्ग पूरी तरह से बाधित‌ हो गया है। यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत मार्ग के खुलने तक यात्रियों की आवाजाही पूर्ण रूप से की गई है बन्द कर दी गई है।

गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव के पास भूस्खलन के कारण केदारनाथ से गौरीकुंड की ओर जाने वाले कुछ तीर्थयात्री फंस गए हैं। जिन्हें एनडीआरएफ द्वारा सुरक्षित निकाला जा रहा है।

देर रात्रि करीब 03:30 बजे गौरीकुण्ड के समीप श्री केदारनाथ धाम जाने वाले पैदल मार्ग पर पहाड़ी दरकने से पैदल मार्ग बाधित हो गया है। सम्बन्धित कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग के स्तर से मार्ग को खोले जाने की कार्यवाही चल रही है।

यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टिगत फिलहाल पैदल आवाजाही पूर्णतया बन्द की गई है। प्रशासन व‌ पुलिस ने यात्रियों से अपील है कि मौसम पूर्वानुमान के अनुरूप ही यात्रा करें।


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मैनचेस्टर टेस्ट के बीच जसप्रीत बुमराह को लगी चोट

मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ खेला जा रहा चौथा टेस्ट मैच भारत के लिए अच्छा नहीं जा रहा है। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने भारतीय टीम के गेंदबाजों की हालत बुरी कर दी है। टीम इंडिया की बल्लेबाजी भी कुछ खास नहीं रही है। ऐसे में टीम के मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भी चोटिल हो गए। तीसरे दिन शुक्रवार का खेल खत्म होने बाद गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने बुमराह की चोट को लेकर जानकारी दी है।

भारतीय टीम पहली पारी में 358 रनों पर ही ढेर हो गई थी। इंग्लैंड ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक अपने सात विकेट खो दिए हैं और 544 रन बना लिए हैं। उसके पास 186 रनों की बढ़त है। टीम इंडिया के गेंदबाज ज्यादा प्रभावित नहीं कर सके हैं और ये भारत के लिए चिंता की बात है।

बुमराह को लगी चोट

इस बीच बुमराह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह सीढ़ियों पर लंगड़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं। तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने बुमराह की चोट को लेकर जानकारी दी। मोर्केल ने कहा, "दुर्भाग्यवश जब हमने दूसरी नई गेंद ली तो बुमराह का पैर सीढ़ियों से उतरते वक्त मुड़ गया था। सिराज को भी फुटहोल के कारण पैर में हल्की चोट आई, लेकिन अब दोनों ठीक हैं।"

मोर्केल ने तीसरे दिन अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा, "आज हमने गेंद से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया। कल हमारे लिए मुश्किल दिन था। हमने अपनी लाइन मिस की जिसके चलते हम बैकफुट पर आ गए। लेकिन मुझे लगता है कि आज सुबह खिलाड़ियों ने जिस तरह से रिस्पांस किया, खासकर सिराज और बुमराह ने जो गेंदबाजी की वो शानदार था। हमने मौका बनाने के लिए अपना सौ फीसदी दिया। विकेट को देखकर लग रहा था कि ये शुरुआती दो दिन बेहतर खेली।"

बुमराह को लगी चोट

इस बीच बुमराह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह सीढ़ियों पर लंगड़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं। तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने बुमराह की चोट को लेकर जानकारी दी। मोर्केल ने कहा, "दुर्भाग्यवश जब हमने दूसरी नई गेंद ली तो बुमराह का पैर सीढ़ियों से उतरते वक्त मुड़ गया था। सिराज को भी फुटहोल के कारण पैर में हल्की चोट आई, लेकिन अब दोनों ठीक हैं।"

मोर्केल ने तीसरे दिन अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा, "आज हमने गेंद से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया। कल हमारे लिए मुश्किल दिन था। हमने अपनी लाइन मिस की जिसके चलते हम बैकफुट पर आ गए। लेकिन मुझे लगता है कि आज सुबह खिलाड़ियों ने जिस तरह से रिस्पांस किया, खासकर सिराज और बुमराह ने जो गेंदबाजी की वो शानदार था। हमने मौका बनाने के लिए अपना सौ फीसदी दिया। विकेट को देखकर लग रहा था कि ये शुरुआती दो दिन बेहतर खेली।"




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153 लोगों की मौत 222 सड़कें बंद,हिमाचल में 'काल' बनकर बरस रही बारिश, अगले तीन दिन रहें सावधान

मौसम विभाग ने 26 जुलाई को मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई है। इसके कारण तापमान में गिरावट आने का अनुमान है।

27 जुलाई को कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना जिलों में भारी वर्षा का यलो अलर्ट है। 29 जुलाई तक भारी वर्षा की संभावना है। प्रदेश में शुक्रवार को दिन की शुरुआत खिली धूप के साथ हुई। जबकि दोपहर बाद मंडी, शिमला और कुल्लू सहित अन्य स्थानों पर वर्षा हुई।

सात घंटे तक बाधित रहा मार्ग

शिमला के रामनगर वार्ड में पेड़ घर की छत पर गिर गया, जिससे घर को नुकसान पहुंचा है। चंबा के नकरोड़ू-चांजू मार्ग भूस्खलन से सात घंटे तक बाधित रहा। प्रदेश में मंडी-कोटली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) सहित 222 सड़कें बंद हैं।

मंडी जिले में 144, कुल्लू में 48, कांगड़ा में 11, लाहुल स्पीति में छह, चंबा में चार, सिरमौर व ऊना में तीन-तीन, शिमला में दो व सोलन में एक सड़क बंद है। प्रदेश में अभी तक 36 ट्रांसफार्मर खराब हैं। 152 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं जिसमें मंडी में 78, कांगड़ा में 68 जबकि बाकी अन्य स्थानों पर खराब हैं।

153 लोगों की मौत

हिमाचल में बारिश और भूस्खलन से यातायात बाधित है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अनुसार, शुक्रवार शाम तक लगभग 221 सड़कें, 36 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर और 152 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुईं।

वहीं, इस मानसून सीज़न में कुल 153 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 82 मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़ और मकान गिरने जैसी बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण हुई हैं, जबकि 72 मौतें फिसलन भरी और क्षतिग्रस्त पहाड़ी सड़कों के बीच सड़क दुर्घटनाओं के कारण हुई हैं।

जिलों के हिसाब से, मंडी सबसे ज़्यादा प्रभावित है, जहां 144 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। उसके बाद कुल्लू (58 सड़कें) और कांगड़ा (11 सड़कें) का स्थान है। भारी भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 70 (NH-70) मंडी और कोटाली के बीच बंद है। मंडी (65 योजनाएँ) और कांगड़ा (59 योजनाएं) में जलापूर्ति प्रभावित हैं।


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कारगिल विजय दिवस पर सेना प्रमुख ने जांबाजों को किया याद

देश आज 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर देश भर के लोगों उन नायकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी। इस बीच थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित किया।

दरअसल, द्रास में 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि हम उन नायकों के ऋणी हैं जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

ऑपरेशन सिंदूर पर क्या कहा?

इस कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को प्रभावी ढंग से निशाना बनाकर भारत ने निर्णायक जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सेना को खुली छूट दिए जाने के बाद भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब दिया।

जनरल द्विवेदी ने कहा कि हमने पाकिस्तान में 9 महत्वपूर्ण ठिकानों को नष्ट कर दिया, बिना किसी निर्दोष को नुकसान पहुंचाए।

जनरल द्विवेदी ने किया जांबाजों को याद

26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, "हम टाइगर हिल, तोलोलिंग और प्वाइंट 4875 के पास खड़े होकर योद्धाओं के संकल्प और वीरता को याद कर रहे हैं... हम उन लोगों को नमन करते हैं जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी ताकि हम शांति से रह सकें।

उन्होंने कहा कि 1999 में भारत ने ऑपरेशन विजय के तहत एक अद्वितीय जीत हासिल की, ऊंची पहाड़ी चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ दिया और वहां तिरंगा फहराया अटूट भारतीय अखंडता की परंपरा को बनाए रखते हुए, सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए और निर्णायक जीत हासिल की, प्रभावी ढंग से जवाब दिया और पाकिस्तान के हिंसक हमलों को नाकाम कर दिया।

कहा कि हमने शांति का मौका दिया, लेकिन उन्होंने (पाकिस्तान) कायरतापूर्ण कार्रवाई की, जिसका हमने साहस के साथ जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर हमारा संकल्प, संदेश और प्रतिक्रिया है

भारत की अखंडता को नुकसान पहुंचाने वालों को मिलेगा जवाब

थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि जो ताकतें भारत की संप्रभुता, अखंडता और लोगों को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रही हैं, उन्हें भविष्य में भी करारा जवाब दिया जाएगा, यह भारत का नया सामान्य है... हम एक विकसित, आधुनिक और भविष्यवादी शक्ति बनने की ओर अग्रसर हैं।

उन्होंने कहा कि एक नई ब्रिगेड की स्थापना की जा रही है और मैंने कल इसे मंजूरी दे दी है। इसमें मशीनीकृत पैदल सेना, बख्तरबंद इकाइयाँ, तोपखाने, रसद और लड़ाकू समर्थन के साथ विशेष बल जैसे लड़ाकू घटक होंगे। विशेष बल भी स्थापित किए गए हैं जो सीमा पर दुश्मन को झटका देने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। इससे हमारी ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।

कहा कि हम विकसित भारत 2047 के विजन को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सेना लद्दाख जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास कार्यों में भी योगदान दे रही है।






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राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल की गिरी छत, बाल-बाल बची बच्चों की जान

राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश के शहडोल में स्कूल की छत गिरने का मामला सामने आया है। हालांकि, हादसे के दौरान बच्चों ने भागकर किसी तरह जान बचा ली। किसी को कोई गंभीर चोट नहीं आई है। मगर इस हादसे के बाद प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं।

स्कूल के शिक्षिकों का दावा है कि उन्होंने स्कूल की जर्जर अवस्था के बारे में प्रशासन को आगाह किया था, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।

भरभराकर गिरी छत

यह मामला मध्य प्रदेश के शहडोल स्थित बोडरी ग्राम पंचायत के शासकीय प्राथमिक स्कूल का है। हादसे के दौरान स्कूल में लगभग एक से पांचवी कक्षा के 33 बच्चे मौजूद थे। स्कूल में कक्षा चल रही थी, तभी अचानक स्कूल की छत भरभराकर नीचे गिर गई।

25 साल पुरानी इमारत

छत गिरने से पहले बच्चों ने खतरे को भांप लिया और भागकर बाहर चले गए। तभी छत ढह गई। जानकारी के अनुसार, स्कूल की यह इमारत 1999-2000 में बनी थी। लगभग 25 साल बाद अब इमारत जर्जर होने लगी है। शिक्षकों ने पिछले साल छत की मरम्मत करवाई थी और साथ ही प्रशासन को पत्र लिखकर इमारत के खस्ता हाल की चेतावनी दी गई थी।

प्रशासन ने किया नजरअंदाज

शिक्षकों के अनुसार, छत में दरार आ गई थी। विभागीयों अधिकारियों को लिखित रूप में इसकी जानकारी दी गई थी। पत्र में बताया गया था कि किसी भी समय हादसा हो सकता है। मगर प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस घटना के बाद बच्चों में डर का माहौल है। माता-पिता भी बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं।

निजी इमारत से चलेंगी कक्षाएं

शहडोल के अधिकारियों का कहना है कि मामला अब जानकारी में आया है, इसपर जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। स्कूल का मरम्मत का काम पूरा होने तक कक्षाएं एक निजी इमारत से संचालित की जाएंगी।


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