भूस्खलन से पैदल मार्ग बन्द, केदारनाथ यात्रा रोकी

गौरीकुण्ड में पहाड़ी के दरकने से मलबा-पत्थर आने पर पैदल मार्ग पूरी तरह से बाधित‌ हो गया है। यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत मार्ग के खुलने तक यात्रियों की आवाजाही पूर्ण रूप से की गई है बन्द कर दी गई है।

गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव के पास भूस्खलन के कारण केदारनाथ से गौरीकुंड की ओर जाने वाले कुछ तीर्थयात्री फंस गए हैं। जिन्हें एनडीआरएफ द्वारा सुरक्षित निकाला जा रहा है।

देर रात्रि करीब 03:30 बजे गौरीकुण्ड के समीप श्री केदारनाथ धाम जाने वाले पैदल मार्ग पर पहाड़ी दरकने से पैदल मार्ग बाधित हो गया है। सम्बन्धित कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग के स्तर से मार्ग को खोले जाने की कार्यवाही चल रही है।

यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टिगत फिलहाल पैदल आवाजाही पूर्णतया बन्द की गई है। प्रशासन व‌ पुलिस ने यात्रियों से अपील है कि मौसम पूर्वानुमान के अनुरूप ही यात्रा करें।


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153 लोगों की मौत 222 सड़कें बंद,हिमाचल में 'काल' बनकर बरस रही बारिश, अगले तीन दिन रहें सावधान

मौसम विभाग ने 26 जुलाई को मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई है। इसके कारण तापमान में गिरावट आने का अनुमान है।

27 जुलाई को कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना जिलों में भारी वर्षा का यलो अलर्ट है। 29 जुलाई तक भारी वर्षा की संभावना है। प्रदेश में शुक्रवार को दिन की शुरुआत खिली धूप के साथ हुई। जबकि दोपहर बाद मंडी, शिमला और कुल्लू सहित अन्य स्थानों पर वर्षा हुई।

सात घंटे तक बाधित रहा मार्ग

शिमला के रामनगर वार्ड में पेड़ घर की छत पर गिर गया, जिससे घर को नुकसान पहुंचा है। चंबा के नकरोड़ू-चांजू मार्ग भूस्खलन से सात घंटे तक बाधित रहा। प्रदेश में मंडी-कोटली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) सहित 222 सड़कें बंद हैं।

मंडी जिले में 144, कुल्लू में 48, कांगड़ा में 11, लाहुल स्पीति में छह, चंबा में चार, सिरमौर व ऊना में तीन-तीन, शिमला में दो व सोलन में एक सड़क बंद है। प्रदेश में अभी तक 36 ट्रांसफार्मर खराब हैं। 152 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं जिसमें मंडी में 78, कांगड़ा में 68 जबकि बाकी अन्य स्थानों पर खराब हैं।

153 लोगों की मौत

हिमाचल में बारिश और भूस्खलन से यातायात बाधित है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अनुसार, शुक्रवार शाम तक लगभग 221 सड़कें, 36 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर और 152 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुईं।

वहीं, इस मानसून सीज़न में कुल 153 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 82 मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़ और मकान गिरने जैसी बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण हुई हैं, जबकि 72 मौतें फिसलन भरी और क्षतिग्रस्त पहाड़ी सड़कों के बीच सड़क दुर्घटनाओं के कारण हुई हैं।

जिलों के हिसाब से, मंडी सबसे ज़्यादा प्रभावित है, जहां 144 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। उसके बाद कुल्लू (58 सड़कें) और कांगड़ा (11 सड़कें) का स्थान है। भारी भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 70 (NH-70) मंडी और कोटाली के बीच बंद है। मंडी (65 योजनाएँ) और कांगड़ा (59 योजनाएं) में जलापूर्ति प्रभावित हैं।


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जम्मू-कश्मीर के सात जिलों में स्कूल बंद, बारिश और भूस्खलन से हाहाकार, अमरनाथ यात्रियों की भी बढ़ी मुश्किल

जम्मू संभाग में बुधवार सुबह तक जारी रही वर्षा कई जगह जिंदगी पर भारी पड़ गई। रियासी जिला के माहौर में एक शिव गुफा के पास हुए भूस्खलन की चपेट में आने से टेंट में सो रहे दो युवकों की मौत हो गई।

वहीं, रामबन जिला में पहाड़ से मलबा व पत्थर आ जाने से जम्मू-श्रीनगर हाईवे करीब दो घंटे बंद रहा। इस दौरान अन्य वाहनों के साथ जम्मू से श्री अमरनाथ यात्रा पर निकला श्रद्धालुओं का जत्था भी रुक गया। हाईवे से मलबा हटाने के बाद वाहनों को रवाना कर दिया गया।

वैष्णो देवी पर भूस्खलन

इस बीच, राजौरी में एक नाले के तेज बहाव में बच्चा फंस गया। तीन घंटे चले बचाव अभियान के दौरान सेना ने हेलीकॉप्टर की मदद से बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। कटड़ा में दो दिन पहले माता वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग पर बाणगंगा क्षेत्र में हुए भूस्खलन के बाद रास्ता खोलने का काम जारी रहा।

श्रद्धालुओं को वैकल्पिक मार्ग व नये ताराकोट मार्ग से भवन की ओर भेजा जा रहा है। कठुआ जिला में भी पहाड़ों पर भारी वर्षा से सेवा नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते डैम के गेट खोल दिए गए।

चिनाब, तवी और सांबा में बसंतर नदी भी उफान पर हैं। बसंतर में फंसे दो लोगों को बाया गया। वहीं ऊधमपुर के मोंगरी में भूस्खलन होने से गांव में 10 घर खाली करवा लिए गए हैं।

वहीं माहौर के बडोरा में शिव गुफा में बुधवार को धार्मिक कार्यक्रम होना था। इसके लिए की जा रही तैयारी में जेसीबी आपरेटर रशपाल सिंह निवासी चसाना (रियासी) और रवि निवासी चिनैनी भी शामिल हुए थे। मंगलवार रात को अपना काम करने के बाद दोनों टेंट में सो गए। इसी बीच, पहाड़ी से भूस्खलन हुआ और दोनों युवकों की मौत हो गई।

रियासी में भूस्खलन की घटना दुखद है। दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।

सात जिलों में बंद रहे स्कूल

रामबन, राजौरी, पुंछ, रियासी, ऊधमपुर, सांबा व जम्मू में नदी-नालों के किनारे स्थित कई स्कूल बुधवार को बंद रहे। रामबन व राजौरी में कई स्कूल गुरुवार भी बंद रहें।



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अंधेरी सबवे बंद, समुद्र में मिला फ्लोटिंग कंटेनर,मुंबई में भारी बारिश से त्राहिमाम

कहते हैं दिन हो या रात, लेकिन मायानगरी की रफ्तार कभी नहीं थमती। हालांकि, अब मुंबई हर तरफ पानी से सराबोर हो चुकी है। मुंबई का सबसे भीड़भाड़ वाला अंधेरी सबवे बंद हो चुका है। पिछले कई दिनों से मुंबई में हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।

अंधेरी सबवे बंद

अंधेरी सबवे को मुंबई के अहम रास्तों में गिना जाता है। हर दिन हजारों की संख्या में गाड़ियां इस सबवे से गुजरती हैं। हालांकि, लगातार हो रही बारिश के कारण अंधेरी में पानी भर गया है। सबवे का रास्ता झील में तब्दील हो चुका है, जिसके कारण इसे बंद कर दिया गया है। अंधेरी सबवे का रूट अब गोखले ब्रिज और ठाकरे ब्रिज की तरफ डायवर्ट कर दिया गया है।

बांद्रा में हुआ था हादसा

मुंबई के बांद्रा में भारी बारिश के कारण भरत नगर चॉल ढह गया था। सोमवार की रात हुए इस हादसे में 15 लोग गंभीर रूप से घायल थे। अब उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। हालांकि, उनकी चोटें अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई हैं। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद ज्यादातर घायलों ने पड़ोसियों के घर में शरण ली है।

समुद्र में मिला तैरता हुआ कंटेनर

मुंबई में लगातार खराब मौसम और तेज हवाओं के कारण समुद्र भी उफान पर है। इस दौरान विरार के कलंब बीच पर अचानक एक तैरता हुआ कंटेनर देखकर हड़कंप मच गया। कंटेनर में ढेर सारे वॉलपेपर भरे हैं। स्थानीय लोगों ने समुद्र में कंटेनर देखकर फौरन थाने में सूचना दी। पुलिस ने कंटेनर को सीज करके जांच के लिए भेज दिया है।

अधिकारियों के अनुसार, लगभग 12 दिन पहले इस कंटेनर को गुजरात के तट पर देखा गया था। हालांकि, इसके बाद यह गायब हो गया। कंट्रोल रूम को इससे पहले भी समु्द्र में कंटेनर तैरने की खबर मिल चुकी है। कलंब में मिले कंटेनर को कस्टम विभाग को सौंप दिया गया है।

IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

मुंबई को अभी बारिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस लिस्ट में मुंबई के अलावा रायगढ़, ठाणे, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और पालघर का नाम शामिल है।


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तेज बारिश ने बढ़ाई टेंशन, सड़कें जाम और पानी में डूबे कई मार्ग, देखें NCR का हाल

 दिल्ली-एनसीआर में आज (बुधवार) सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही है। वर्षा होने से जहां मौसम कूल-कूल हो गया है तो वहीं कई जगहों पर जलभराव ने लोगों की टेंशन बढ़ दी है। उधर, सड़कों पर भी भीषण जाम देखने को मिला। जिस वजह से लोगों को ऑफिस पहुंचने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आइए आपको तस्वीरों में दिखाते हैं पूरे दिल्ली एनसीआर का हाल।  

जीटी रोड स्थित मोहन नगर पर बारिश के कारण जलभराव हुआ है और कांवड़िए जलभराव के बीच से ही गुजरते नजर आए।

वहीं, यूपी गेट पर भी जलभराव हुआ है। जलभराव होने से लिंक रोड पर जाम लग गया।

नेशनल हाईवे संख्या-9 पर भी जाम लगा हुआ है।

उधर, पांडव नगर के पास एनएच-9 की सर्विस रोड पर जलभराव हुआ है।

वहीं, सुबह से हो रही बारिश से पुरानी दिल्ली के सदर बाजार की गलियों में पानी जमा हो गया है और लोग जलभराव के बीच ही गुजरते रहे।

एलिवेटेड रोड पर जलभराव होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

पूर्वी दिल्ली में विनोद नगर की पूर्व पार्षद गीता रावत ने एनएच-9 की सर्विस लेन पर नाव चलाकर विरोध दर्ज करवाया।

गाजियाबाद में इंदिरापुरम के काला पत्थर रोड पर भी जलभराव हुआ है।

वहीं, नोएडा में सेक्टर 63 में भी तेज बारिश होने से जलभराव हो गया है। जलभराव होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

नोएडा में सेक्टर 59 में सड़क पर एक पेड़ गिर गया है। पेड़ गिरने से वाहनों को निकलने में काफी दिक्कत हो रही है।

वहीं, एनएच-9 की सर्विस लेन पर बारिश का पानी भरा हुआ है। जलभराव होने से लोगों को परेशानी हो रही है।

उधर, साहिबाबाद नमो भारत स्टेशन के नीचे बारिश का पानी भर गया है। जलभराव होने से लोगों को दिकक्त हो रही है।


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गाजियाबाद में भारी बारिश से सड़कें लबालब, NH-9 सहित इन सड़कों पर लगा भीषण जाम

 बुधवार सुबह से बारिश हो रही है। जगह जगह जलभराव हो गया है। जीटी रोड पर मोरटा, सिहानी, डीएमई और चौधरी मोड़ के पास जाम लग गया है। मेरठ मोड़ पर भी जाम के वाहनों के पहिए थम गए हैं। लिंक रोड पर जाम लग गया है।

ट्रैफिक पुलिस जाम खुलवाने में जुटी है लेकिन ज्यादातर पुलिसकर्मी की ड्यूटी कांवड़ में लगी है। जाम खुलवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की संख्या पर्याप्त नहीं है। एनएच नौ पर भी कई जगह जाम लगा है। इसके अलावा आंबेडकर रोड पर भी जाम लग गया है। ज्यादातर ड्यूटी जाने वाले लोग जाम में फंसे है।

दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के अंडरपास में भरा पानी

दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के अंडरपास में पानी भर गया है। अंडरपास से होकर जाने वाले वाहन पानी भरने की वजह से बीच में ही बंद हो रहे हैं। लगातार बारिश होने के कारण गौशाला अंडरपास में पानी भर गया है।

दूधेश्वरनाथ मंदिर की ओर आने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग अंडरपास से आने की बजाय रेलवे लाइन पार कर अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं।

इसी तरह दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के डसना अंडरपास में पानी भर गया है। लोग नगर निगम को फोन कर जल भराव की शिकायत कर रहे हैं। आरोप है कि निगम के अधिकारी फोन नहीं उठा रहे हैं।

सड़क के अलावा गाजियाबाद की नंदग्राम, गोविंदपुरम, शास्त्री नगर, नेहरू नगर, पटेल नगर संजय नगर, विजय नगर, सिद्धार्थ विहार आदि कॉलोनी में भी जल भराव की स्थिति बनी हुई है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिन स्थानों से पानी की निकासी नहीं हो रही है वहां पर पंप सेट लगाकर पानी निकाला जा रहा है।

साहिबाबाद : बारिश से टीएचए में जगह-जगह जलभराव, मुख्य मार्गों पर लगा जाम

सुबह से हो रही तेज वर्षा से टीएचए के कई इलाकों में जलभराव हो गया। वैशाली, वसुंधरा, इंदिरापुरम, मोहननगर समेत अन्य इलाकों में जलभराव से लोग जूझते दिखे। शिवरात्रि पर्व होने पर मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को गंदे पानी से गुजर कर मंदिर जाना पड़ा।

एलिवेटेड रोड पर जलभराव के बीच गुजरते वाहन।

वैशाली सेक्टर 3, वार्ड संख्या 77 की गलियों में जलभराव रहा। रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने बताया कि जलनिकासी कि व्यवस्था ठीक ना होने से वर्षा का जल गलियों में भर जाता है।

इंदिरापुरम में शक्तिखंड, न्यायखंड, ज्ञानखंड में जलभराव रहा और शिप्रा अंडरपास पर जाम की स्थिति रही। साहिबाबाद अंडरपास में वर्षा का जल भरने से जाम लग गया। मोहननगर मंदिर के आसपास भी जाम कि स्थिति रही।

मोहननगर जोन के अर्थला में गलियों में जलभराव होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। घरों में पानी घुसने कि शिकायत लोगों ने की। साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र के पास जाम लगा रहा।


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अमरनाथ जाने वाले यात्रियों की बढ़ी मुश्किल, रामबन में भारी बारिश से हाईवे बंद

जम्मू-कश्मीर में सक्रिय मानसून सक्रिय होने से रामबन में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने बुधवार सुबह जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया।

सेरी, कैनोपी टनल में बरसात के पानी के साथ बह कर आये मलबे व पत्थरों ने हाईवे को बाधित कर दिया। जिससे जम्मू श्रीनगर हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है। हाईवे बंद होने से अमरनाथ यात्रा भी प्रभावित हुई है।

पहलगाम से जम्मू लौट रहे श्रद्धालुओं का काफिला केला मोड़ टनल स्लाइड के कारण रोक दिया गया है, जबकि बालटाल मार्ग वाले श्रद्धालुओं का काफिला श्रीनगर से बनिहाल की बढ़ रहा है।

भारी बारिश से भूस्खलन जैसे हालात

बुधवार को भारी वर्षा के चलते सुबह 10.30 बजे के करीब रामबन जिला के कई संवेदनशील स्थलों पर भू-स्खलन की स्थिति बन गई, जिससे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए पूरी तरह से बंद करना पड़ा।

इस मार्ग पर लगातार बरसात के कारण सेरी के पास बहने वाले नाले से मिट्टी, बजरी व भारी मात्रा में मलबा बह कर हाईवे पर आ गया। इसके चलते हाईवे की एक ट्यूब पर कीचड़ और मलबा जमा हो गया, जिससे वह हिस्सा पूरी तरह से बंद हो गया।

कैनोपी टनल पर जमा हुई मिट्टी

इससे अलावा कैनोपी टनल के ऊपर की पहाड़ी से बरसाती पानी झरने की शक्ल में गिरने लगा। पानी के साथ भारी मात्रा में पत्थर और मिट्टी भी बह कर टनल के मुहाने पर जमा होने लगे।

कई वाहन भी कैनोपी टनल में फंस गए हैं। इसी तरह केला मोड़ स्थित टी-2 टनल के भीतर भी लगातार बरसात का पानी बह रहा है। यह नजारा कुछ ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे टनल के अंदर कोई छोटा नाला बह रहा हो।

साढ़े दस बजे बंद किया हाईवे

टीसीयू रामबन के मुताबिक, उक्त परिस्थितियों के चलते जम्मू श्रीनगर हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए सुबह 10.30 बजे से बंद हो गया है। दोनों तरफ रास्ते में बड़ी संख्या में वाहन फंसे है। यातायात बहाल करने के लिए मलबा हटाने का काम जारी है।

टीसीयू रामबन के मुताबिक हाईबे बाधित होने का असर अमरनाथ यात्रा पर भी पड़ा है। पहलगाम से जम्मू की ओर लौट रहे श्रद्धालुओं का काफिला केला मोड़ टनल स्लाइड के चलते अस्थाई रूप से रोक दिया गया है, जबकि बालटाल मार्ग से यात्रा काफिला श्रीनगर से बनिहाल की ओर बढ़ रहा है।

टीसीयू के अनुसार जम्मू से कश्मीर की ओर जा रहे पहलगाम और बालटाल मार्ग वाले दोनों जत्थे हाईवे बंद होने से काफी समय पहले बनिहाल स्थित नवयुगा सुरंग पार कर जा चुके थे।



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भारी बारिश से मायानगरी में 'हाहाकार', IMD के ऑरेंज अलर्ट के बीच एअरलाइंस ने भी जारी की एडवाइजरी

मुंबई भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कुछ इलाकों में पानी भरने से कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। खासकर निचले इलाकों में भयंकर जलभराव देखने को मिल रहा है। मुंबई के सबसे व्यस्त सबवे में से एक अंधेरी का रास्ता पानी भरने की वजह से पूरी तरह बंद हो गया।

अंधेरी में सड़कें तालाब बन चुकी हैं। भारी जलभराव के बावजूद लोग उसी रास्ते से जाने को मजबूर हैं। बेशक मुंबई में बारिश ने हालात खराब हैं, लेकिन मुंबई वासियों को अभी बरसात से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं।

IMD ने जारी किया तेज बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने मुंबई में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान मुंबई और रायगढ़ के कई इलाकों में भारी बरसात होने की संभावना है। वहीं, मुंबई के ठाणे और पालघर समेत कुछ इलाकों में तेज बारिश का येलो अलर्ट भी जारी हुआ है। IMD के अनुसार, अगले 24 घंटे में मुंबई और कोंकण में बारिश का कहर जारी रहेगा।

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

IMD ने एडवाइजरी जारी करते हुए मुंबई समेत आसपास के लोगों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी है। खराब मौसम और तेज हवाओं के कारण समुद्र की लहरे भी उफान पर हैं। मुंबई के पास मौजूद तटीय इलाकों में ज्वार के हालात बन गए हैं। समुद्र की लहरें 3.88 मीटर तक पहुंच गई हैं।

इंडिगो ने जारी की एडवाइजरी

मुंबई में खराब मौसम के मद्देनजर इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी एअरलाइंस ने भी एडवाइजरी जारी की है। इंडिगो ने ट्रैवल एडवाइजरी शेयर करते हुए कहा-

भारी बारिश के कारण मुंबई की सड़कें प्रभावित हुई हैं। एअरपोर्ट पहुंचने में लोगों को दिक्कते आ रही हैं। ऐसे में अगर आज आपकी फ्लाइट है, तो कृपया घर से थोड़ा जल्दी निकलें। हमारी टीम यात्रियों को सपोर्ट करने के लिए तैयार है। सभी संभव कोशिशें की जाएंगी।

स्पाइसजेट ने भी दी एडवाइजरी

स्पाइसजेट ने अपनी एडवाइजरी में कहा, "मुंबई में खराब मौसम के कारण विमानों की उड़ान और लैडिंग प्रभावित हो सकती है। यात्रियों से निवेदन है कि फ्लाइट का स्टेटस चेक करते रहें।"


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दिल्ली-NCR में बदला मौसम, आसमान में छाए काले बादल, कुछ इलाकों में बारिश शुरू

मौसमी उतार चढ़ाव के बीच शुक्रवार को दिल्ली और एनसीआर में मौसम ने करवट ली। नोएडा समेत कई इलाकों में कहीं-कहीं पर हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई।

इससे पहले गुरुवार को भी एनसीआर के कई इलाकों में वर्षा हुई। जिसके बाद सड़कों पर गाड़ियां रेंगती हुई दिखाई दी।

मौसम विभाग ने भी शुक्रवार को हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा होने का पूर्वानुमान बताया है। दिनभर बादल छाए रहेंगे। गर्जन वाले बादल बनने-बिजली चमकने की भी संभावना है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 और 25 डिग्री रह सकता है।

इस बीच बृहस्पतिवार को बादलों की लुकाछिपी के बीच दिन में धूप निकली रही। दिन में बादल कहीं कहीं हल्के फुल्के जबकि देर शाम कहीं कहीं खुलकर बरसे।


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दिल्ली-NCR में बदला मौसम का मिजाज, घने बादलों से छाया अंधेरा, कई जगह हो रही बारिश

दिल्ली समेत एनसीआर में बुधवार रात की झमाझम वर्षा के बाद बृहस्पतिवार को भी हल्की वर्षा का दौर जारी रहा। वहीं आज भी सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए हुए हैं। फरीदाबाद में हल्की बारिश हुई है।

मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह भी हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है। बाद में दिन भर के दौरान भी अलग अलग जगह पृथक तीव्रता की वर्षा हुई। बृहस्पतिवार को सुबह के समय बादल छाए रहे और विभिन्न इलाकों में वर्षा दर्ज की गई। बाद में दिन भर के दौरान भी अलग अलग जगह पृथक तीव्रता की वर्षा हुई।

दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.9 डिग्री कम 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.3 डिग्री कम 23.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हवा में नमी का स्तर 100 से 79 प्रतिशत रहा।


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